Tag Archives: hindi poems
Kahin wo to nahin – Hindi Poem
वो जो पलक झपकते ही गुज़र जाता है
एक लम्हा तो नहीं ?
वो जो खुशबु से सबको महकाता है
एक गुलाब का फूल तो नहीं?
वो जो होठो पर आकर खिल जाती है
एक मुस्कराहट तो नहीं?
वो जो अच्छे अच्छों को तड़पाती है
एक जुदाई की रात तो नहीं?
वो जो बार बार आती है
किसी की याद तो याद तो नहीं?
वो जो दिल से कभी न जाती है
किसी की फरियाद तो नहीं?
वो जो लब पर आकार ठहर जाती है
कोई अनकही बात तो नहीं?
वो जो सबको रोज़ जगाती है
कोई बुलंद आवाज़ तो नहीं?
और वो जो कविता लिखाते हैं
कोई छुपे हुए अरमान तो नहीं?
Hindi Poem -Valentines Day
फ़रवरी का महीना आया
वैलेंटाइन की खुशियाँ लाया
प्यार के लाल फूल खिलेंगे
जवान दिल सब यु मिलेंगे
कुछ करेंगे कुछ को प्रोपोज़ जनाब
लेकर हाथो में लाल गुलाब
कुछ जायेंगे करने घुमन घूम
लेकर हाथो में हाथ झूम
हमने भी सोचा है इस वैलेंटाइन
करदें किसी को प्रोपोज़ -विल यू बी माइन
Jeevan Ki Sacchai-Hindi Poem
जीवन की सच्चाई को जानें हम अच्छी भाँती
फिर भी हम क्यों हैं इतना इतराते
पल की देर नहीं की टूट जाएगी ये डोरी
क्यों करते हो कभी धन तो कभी मन की चोरी
जीवन वो जीवन है जो औरों के जीवन में खुशियाँ लाये
वो जीवन भी क्या जीवन जो दुसरो को सताए
चलो बढ़ो इस जीवन में कर लो कुछ ख़ास
ताकि मरने के बाद दुनिया बोले थी तुम में भी कुछ बात
Hindi Poem – Lohri
भरी सर्दी में है यह लोहड़ी आई
दुआ है यह लोहड़ी खुशियाँ बांटने आई
खाने को मिलते हैं फुल्ले, मूंगफली और रेवड़ी
साथ में सेकने को मिलती है गरम गरम लकड़ी
हमने भी है लोहड़ी अपनों संग मनाई
आप सभी को हो लोहड़ी की लाखों बधाई
Hindi Love Poem – Khwabo mein jab aate ho
ख्वाबों में जब आते हो – हिंदी कविता
ख्वाबों में जब आते हो
क्यों इतना तड़पाते हो
दिल के बाग़ के गुलाब हो तुम
क्या कहूँ कितने लाजवाब हो तुम
तुम्हें देख कर आहें भरती हूँ
न दिखो कभी तो डरती हूँ
ओ मेरे मन मंदिर के राजा
करलो मुझसे अब इक वादा
छोड़ोगे न मेरा दामन
चाहे बीतें जन्मों जनम
Teri Zarurat Hai – Hindi Poem
Jidhar dekhu tu hi nazar aata hai mujhe
Haan mujhe teri zarurat hai
Wo tera pyara sa chehra ab mujhe satata hai
Haan mujhe teri zarurat hai
Jab se tu gaya hai kismat ne muh moda hai
Haan mujhe teri zarurat hai
Mumkin nahi ki tere us jahan mein main ja pau
Par mujhe teri zarurat hai
Dard ke kuch tukdey jodne chala hai dil-Hindi Love Poem
Dard ke kuch tukdey jodne chala hai dil
Dard wo jo gum ke hatho kabhi pala tha
Dard wo jiski siski hamesha khamoshi mein thi gum
Dard wo jiske aansu piyey the aur pitey aye hain aaj bhi hum
Dard wo jis se rishta apna bada purana hai
Dard wo jo na badla badal gaya bhale zamana hai